अनुलोम विलोम एक योगासन है जो कई फायदे प्रदान करता है। इस योग को करने से बालों, त्वचा, आंखों और कई बीमारियों से बचाया जा सकता है। अनुलोम विलोम प्राणायाम में, हम अपनी सांसों को बार बार लेते और छोड़ते हुए एक विशेष तकनीक का उपयोग करते हैं। यह एक ऐसा प्राणायाम है जिसे किसी भी उम्र के व्यक्ति कर सकता है। इस लेख में हम अनुलोम विलोम क्या है?, Anulom Vilom करने का तरीका और Anulom Vilom ke Fayde के बारे में चर्चा करेंगे।
अनुलोम विलोम क्या है?
अनुलोम विलोम योग में नियंत्रित सांस लेने का एक विशिष्ट प्रकार है। इसमें एक सांस लेते समय एक नाक को बंद करते हुए अन्य नाक से सांस ली जाती है और फिर उसी नाक से सांस छोड़ते हुए दूसरी नाक को बंद किया जाता है। यह प्रक्रिया फिर उल्टी दिशा में दोहराई जाती है और फिर से शुरू की जाती है।
यह एक विकल्पी नाक सांस लेने का तरीका होता है। इसमें फिजिकल और साइकोलॉजिकल दोनों तरह के फायदे होते हैं जैसे:
- सांसों का सुधार
- कार्डियोवास्कुलर स्वास्थ्य का सुधार
- तनाव कम करना
कुछ वैज्ञानिक शोध भी इन दावों का समर्थन करते हैं। अधिकतर लोग Anulom Vilom सांस लेने का तरीका सीख सकते हैं और इसे बिना किसी खतरे के सुरक्षित रूप से अपनाएं। आगे पढ़िए क्योंकि हम आपको Anulom Vilom सांस लेने के फायदों और इसे करने के स्टेप बाय स्टेप गाइड के बारे में बताएंगे।
ये भी पढ़े : बॉडी बनानी है तो आज ही खाना शुरु करे ये 11 चीजे
अनुलोम विलोम करने का तरीका / How to do Anulom Vilom Yoga
यह बात आपको जानकर अच्छी लगेगी कि अनुलोम विलोम करने के लिए आपको किसी चीज की आवश्यकता नहीं है और इसे आप आसानी से कही भी कर सकते है। तो चलिए जानते है अनुलोम विलोम कैसे करे और इसे करने का तरीका :
- सुबह साफ़ जगह में एक दरी बिछाकर, खुली हवा में आपको अनुलोम विलोम प्राणायाम करना चाहिए। यह वह स्थान होना चाहिए जहाँ वातावरण स्वच्छ और सुरम्य हो।
- अब उस दरी पर बैठकर अपनी कमर को सीधा करें और पालथी मार कर बैठ जाएं।
- अब अपनी दाहिनी उंगली से अपने दायीं नाक की छेद को बंद करें।
- अब अपने बाएं हाथ की उंगली के जोड़ से सांस को अंदर खींचें और फिर धीरे-धीरे बंद नाक को खोलते हुए सांस को बाहर की ओर छोड़ें।
- इसी तरह की प्रक्रिया को कम से कम 10 से 12 बार बार करें।
अनुलोम विलोम के फायदे। Anulom Vilom ke Fayde
वैसे तो अनुलोम विलोम के कई फायदे है लेकिन जो अचूक फायदे है उनकी जानकारी आपको नीचे दी गयी है, ध्यान रहे कि इस योगा को सुबह में करने सबसे अच्छा लाभ होता है :
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम को regular करने से body की सारी nerves स्वस्थ और निरोग रहती है।
- ज्यादा age हो जाने पर जो लोग regular अनुलोम-विलोम करते है उन्हें arthritis, जोड़ों का दर्द और सूजन आदि किसी की भी तरह की शिकायतें नहीं रहती हैं।
- अनुलोम विलोम करने से memory भी strong होता है साथ हीं concentration power भी बढती है।
- जिन्हें साइनस (sinus) की problem है उन्हें भी अनुलोम विलोम करना चाहिए इससे उन्हें relief मिलेगा।
- अनुलोम विलोम करने से body की सभी कफ, पित्त आदि दूर हो जाती हैं।
- अनुलोम-विलोम को regular करने से फेफड़े भी strong होते है।
- अनुलोम-विलोम प्रणायाम को regular करने से body के cholesterol level को कम होता है। .
- अनुलोम-विलोम करने से दिल भी strong होता है। जब हम जोड़ से सांस अंदर की ओर लेते हैं तो शुद्ध वायु body के अंदर की सभी दूषित तत्वों को बाहर निकाल देती है और आपके शरीर कर खून को तरो ताजा कर देती है।
- इस प्राणायाम को करने से आखों की रौशनी (Eye Sight) भी बढ़ती है और blood circulation भी सही रहता है। जिन लोगो को नींद ना आने की problem है या जिन्हें रातो को गहरी नींद नहीं आती है उनके लिए भी ये प्राणायाम फायदेमंद होता है ।
- इससे सर्दी, जुकाम, दमा आदि की problem भी चली जाती है।
- जो लोग अनुलोम विलोम करते है वे Negative thoughts से बचे रहते है, और आपका आपके दिमाग पर अच्छी पकड़ बनती है।
ये भी पढ़े : प्राणायाम क्या है? प्रकार एंव शरीर में होने वाले फायदे
Leave a Comment