खून की कमी या Hemoglobin की कमी भारत सहीत अनेक देशोंं में कुपोषण की गंभीर समस्या बनी हुई है। नवजात शिशुओं को जन्म देने वाली 51 % महिलाऐं खून की कमी से ग्रस्त है। आखिर खून की कमी है क्या?
हमारे शरीर में किसी भी कारण से आयरन की कमी हो जाए तो इससे खून में Hemoglobin का बनना सामान्य से कम हो जाता है, जिससे शरीर में खून की कमी हो जाती है।
शरीर में Hemoglobin की कमी कोई बहुत बड़ी बीमारी तो नहीं है, लेकिन हीमोग्लोबिन की कमी से जानलेवा बीमारिया भी हो सकती है। Hemoglobin की कमी पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा होती है। हमारे भारत देश में लगभग 90 % महिलाएं खून की कमी से पीड़ित हैं।
हीमोग्लोबिन रक्त में स्थित एक प्रोटीन होता है। इसी प्रोटीन के कारण ही पूरे शरीर में ऑक्सीजन का संचार होता है। किसी भी स्वस्थ्य शरीर में एक निश्चित मात्रा में रक्त का होना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि, शरीर में रक्त की कमी कई सारी बिमारियों को न्यौता देता है।
हीमोग्लोबिन किसे कहते है / Hemoglobin Kya Hota Hai
Hemoglobin Meaning in Hindi : हीमोग्लोबिन हमारे खून की कोशिकाओं में स्थित एक प्रोटीन होता है। ये लाल रक्त कोशिकाएं आपके शरीर में ऑक्सीजन ले जाती हैं। अगर मनुष्य के शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं बनाने की क्षमता प्रभावित करने वाली कोई स्थिति पैदा होती है, तो आपके शरीर में Hemoglobin स्तर घट जाता हैं। शरीर में Hemoglobin स्तर में कमी कई स्थितियों के कारण हो सकती हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार की एनीमिया, बुख़ार और कैंसर जैसी बीमारी शामिल हैं।
आयरन की कमी है मुख्य वजह
चिकित्सकों के अनुसार हमारा शरीर 3 प्रकार के खून का निमार्ण करता है। RBC लाल रक्त कोशिका, WBC श्वेत रुधि र कणिका, WBC या श्वेत रुधिर कणिका और Platelets। WBC शरीर को बाहरी संक्रमण से बचाता हैं।
Platelets खून का थक्का जमाने में मदद करता हैं और RBC का कार्य पूरे शरीर को ऑक्सीजन पहुंचाना है। शरीर की कोशिकाओं को सक्रिय रहने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। जब शरीर में आयरन की बहुत ज्यादा कमी हो जाती है उस समय शरीर और दिमाग की काम करने की क्षमता प्रभावित होने लग जाती है। ऐसी प्रस्थिति में एनीमिया या रक्तअल्पता हो सकता हैं।
Low Hemoglobin Symptoms in Hindi / लक्षण
आज के दौर में बदलती जीवनशैली बाहारी भोजन जैसे फास्ट-फूड के ज्यादा प्रयोग के कारण रक्त में आयरन की कमी हो जाती है। रक्त में आयरन की कमी के कारण एनीमिया हो जाता है जो की भारत सहीत पूरे विश्व में इसकी संख्या बहुत तेजी से बढ़ने लगी है।
वास्तव में हीमोग्लोबिन की कमी कोई बीमारी नहीं है, लेकिन Hemoglobin की कमी कई बीमारियों का कारण होता है। समय रहते इस पर काबू पाकर सेहत संबंधी कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।
हीमोग्लोबिन की कमी पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है। आयरन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं ही शरीर में Hemoglobin बनाने का काम करती हैं।
इसलिए आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और क्योंकि Hemoglobin ही फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुंचाता है इसलिए Hemoglobin कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती।
हीमोग्लोबिन की कमी के कारण
Hemoglobin के कम होनें का प्रमुख कारण है हमारा खान-पान जिसका अर्थ है कि अगर हम अपने भोजन में ज्यादा कैल्शियम लेने लगते है या हरी सब्जियां नही खाते है, बहुत ही ज्यादा धुम्रमान करते है, किसी कारण से शरीर से ज्यादा खून का बह जाना, फॉलिक एसिड और विटामिन बी12 की संयुक्त कमी के कारण ही शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होती है।
कम Hemoglobin का खतरा बढ़ते बच्चों में, स्तनपान कराने वाली महिलाओं में और बीमार व्यक्तियों में ज्यादा होता है। विश्वभर की लगभग 60 प्रतिशत महिलाएं, और हमारे देश की लगभग 90 प्रतिशत महिलाएं कम Hemoglobin से पीड़ित हैं।
पाश्चुरीकृत दूध, कड़क कॉफ़ी व चाय, रिफाइंड स्टार्च, खासकर मैदा, कैन में रखे, परिरक्षित, और अन्य तरह के प्रोसेस्ड आहार। कोल ड्रिंक व कैल्शियम से युक्त खाद्य पदार्थ आयरन के अवशोषण में बाधा पहुंचा सकते हैं। इसलिए इनके अत्यधिक सेवन करने से बचें।
नोट:- खून की कमी सीधे तौर पर हमारे जीवन को खतरा नहीं पहुंचाती है , लेकिन ज्यादा रक्तस्राव होने से मृत्यु भी हो सकती है। आयरन और B-काम्प्लेक्स युक्त वस्तुओं वाले पोषक आहार का सेवन रक्त की पर्याप्त मात्रा को बढ़ाने और बनाये रखने के लिए आवश्यक है।
हीमोग्लोबिन के कमी के प्रमुख लक्षण
हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पोषक तत्वों के साथ खून की भी जरूरत होती है। रक्त ही शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है।
हीमोग्लोबिन के कम होनें का प्रमुख कारण है हमारा खान-पान है जिसका अर्थ है कि अगर हम अपने भोजन में ज्यादा कैल्शियम लेने लगते है या हरी सब्जियां नही खाते है, बहुत ही ज्यादा धुम्रमान करते है, किसी कारण से शरीर से ज्यादा खून का बह जाना, फॉलिक एसिड और विटामिन बी12 की संयुक्त कमी के कारण ही शरीर में Hemoglobin की कमी होती है।
हीमोग्लोबिन की कमी अनुवांशिक कारण भी हो सकते है। कैंसर, एड्स, किडनी की समस्या और रुमेटाइड अर्थराइटिस जैसी बीमारियों के होने से शरीर में RBC का निमार्ण प्रभावित हो जाता है।
जब किसी व्यक्ति को बहुत कमजोरी हो जाए, थकावट महसूस हो, अचानक से चक्कर आनें लगे, लेट के उठने पर आँखों के सामने अन्धेरा छा जाए, सिर दर्द होने लगे, दिल की धड़कन सामान्य न हो, शरीर का रंग पीला पड़ने लगे, आँखों का रंग पीला पड़ जाए, कानो में तेज आवाज होना या सीटी बजना महसुस होने लगे तो समझ लीजिए कि हो सकता है आप को खून की कमी हो सकती है।
नवजात शिशुओं में खून की कमी उनके व्यावहारिक और बौद्धिक विकास में बाधा डाल सकती है। खून की कमी से प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर हो सकती है। ज्यादा खून की कमी से palpitations और दिल कि विफलता का कारण भी बन सकता हैं। गर्भवती महिलाओं में बच्चे के जन्म के पहले और जन्म के बाद होने वाली जटिलताओं में खून की कमी एक अतिरिक्त जोखिम पैदा कर सकती है।
यही कोशिकाएं शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। Hemoglobin फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुंचाता है। इसलिए आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। Hemoglobin की कमी के प्रमुख लक्षण निम्न प्रकार के होते है।
तलवों और हथेलियों में ठंडापन- रक्त में आयरन की कमी के कारण आपका शरीर का तापमान कुछ अधिक हो जाता है और तलवें और हथेलिया में ठंडापन होने लगता है।
अचानक से चक्कर आ जाना- आप बेठे है या लेटे हुए है और अचानक से आपकों चक्कार आ जाए तो समझ लीजिए की आपको खून की कमी हो सकती है।
थकान होना- आयरन की कमी के कारण शरीर में ऊर्जा का संबंध ऑक्सीजन के संचार से होता है। अगर शरीर में रक्त में आहार के स्तर में कमी है तो ऑक्सीजन का संचार सही तरीके से नहीं होगा। जिससे आपको थकान महसूस होगी। अगर आपको भी हर समय थकान महसूस होती ह, तो हो सकता है कि आपके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो।
नाखूनों का रंग बदलना- हीमोग्लोबिन की कमी हो जाने हमारे नाखूनों पर छोटे-छोटे सफेद धब्बे हो जाते हैं। नाखूनों पर होने वाले यह सफेद धब्बे शरीर में खून की कमी के लक्षण होते हैं साथ ही नाखून का कमजोर होना भी रक्त की कमी का लक्षण होता है।
त्वचा में पीलापन- खून की कमी के कारण शरीर का रंग पीला या सफेद पड़ने लगता है और कई बार यह भी देखा गया है कि खून की कमी के कारण जानलेवा रोग पीलिया भी हो जाता है।
आखों का रंग बदलना- आंखों के रंग से शरीर में खून की कमी का अंदाजा लगाया जा सकता है। आखों का रंग पीला या सफेद दिखई दे तो हो सकमा है कि खून की कमी हो गई हो। साथ ही आंखों के ऊपरी भाग बिल्कुल सफेद दिखने से भी शरीर में खून की कमी का पता लगाया जा सकता है।
सिरदर्द की शिकायत होना- खून की कमी के कारण बहुत अधिक सिरदर्द की शिकायत हो जाती है। इसका कारण यह है कि खून में आयरन की कमी से ऑक्सीजन मस्तिष्क तक सही मात्रा में नहीं पहुंच पाता, जिससे सिरदर्द की शिकायत बनी रहती है।
सांस फूलना- खून की कमी होने पर कई बार सांस लेने में दिक्कत भी हो जाती है। क्योंकि खून में जब ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं पहूंच पाता तो सामान्य तौर पर सांस फूलने लगती है और जल्दी ही थकावट हो जाती है। इसके अलावा सुबह उठते ही बहुत अधिक कमजोरी भी महससू होती है। इसके अलावा कुछ गंभीर बीमारियों की वजह से भी Hemoglobin कम होता है।
किडनी कैंसर– किडनी से Erythropoietin नाम के हार्मोन का उत्पादन होता है जो अस्थिमज्जा को Red blood cell के निर्माण में मदद करता है। जिन लोगों को किडनी का कैंसर होता है उनके शरीर मेँ Erythropoietin हार्मोन का निर्माण नहीं होता है और इसकी वजह से लाल रक्त कोशिकाओं का बनना भी कम हो जाता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को Hemoglobin की कमी हो जाता है।
थैलैसीमीया- थैलैसीमीया आनुवांशिक बीमारी है जिसमें रोगी Hemoglobin अपेक्षित मात्रा में बनने के बजाय कम या ज्यादा बनने लगता है।
वायरल इंफेक्शन, कीमोथेरेपी– वायरल इंफेक्शन, कीमोथेरेपी और कुछ दवाएं लेने से भी Bone Marrow बुरी तरह से प्रभावित होती है और लाल रक्त कोशिकाएं का निर्माण पूरी तरह से कम हो जाता है।
रक्तस्राव से हीमोग्लोबिन की कमी- माहवारी (Periods) के दिनों में बहुत ज्यादा स्राव होने के कारण भी शरीर में Hemoglobin की कमी हो जाती है। शरीर में Hemoglobin की कमी कि जांच करने से पता चल जाता है कि व्यक्ति में कितना हीमोग्लोबिन है। सामान्य तौर पर एक स्वस्थ्य व्यक्ति में Hemoglobin का स्तर पुरूष के शरीर में 13-16 व महिला में 12-14 मिलिग्राम प्रति डेसिलीटर Hemoglobin होना चाहिए।
हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के उपाय / Hemoglobin Kaise Badhaye
हीमोग्लोबिन की कमी से एनीमिया जैसा हानिकारक रोग होने का खतरा सबसे अधिक होता है। हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए निम्न प्रकार के उपाय किए जा सकते है। तो आईए जानते है Hemoglobin बढ़ाने के आसान घरेलू उपाय।
- हमारे शरीर में फोलिक एसिड के कारण ही Hemoglobin की कमी हो जाती है। हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने के लिए हमें अपने भोजन में दाल, मटर, बंदगोभी, बादाम और केले प्रयोग जरूर करना चाहिए।
- अमरुद, पपीता, संतरा और अंगूर में विटामिन सी होता है, विटामिन सी की कमी पूरी होते ही आपके हीमोग्लोबिन की कमी भी पूरी हो जाती है।
- रक्त बढ़ाने वाले आहार में अनार सबसे अहम माना जाता है। इसका कारण है कि अनार में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
- किशमिश, बादाम, मांस और मछली आयरन के सबसे प्रमुख स्रोत होते हैं। इसके सेवन से हम जल्द ही खून की कमी को दूर कर सकते हैं।
- मेथी, पालक, चावल, दाल, बाजरा, मकई आदि का सेवन करने से भी हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता है।
- शहद आयरन का सबसे बड़ा स्रोत होता है, लेकिन शहद शुद्ध होना भी जरूरी है। शहद के नियमित सेवन से आप एनीमिया जैसे रोग से भी बच सकते हैं।
- धनिया, पुदीना, मेथी, तेजपत्ता, तुलसी आदि आयरन को सोखने में हमारी मदद करते हैं। जिससे शरीर में Hemoglobin की कमी को दूर किया जा सकता है
- लोहे की कढ़ाई में खाना पकाकर खाने से भी शरीर को आयरन मिलता है।
- ज्यादा मात्रा में कैल्शिलयम भी लेना शरीर में Hemoglobin कम हो जाता है।
- आयरन युक्त चुकंदर को खाने से शरीर में खून की कमी नहीं होती। इसीलिए चुकन्दर को सलाद में डालकर खाए या चुकन्दर का रस पिए।
- हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए पालक का सेवन करना चाहिए क्योंकि पालक में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन ई, विटामिन सी, आयरन, फाइबर और बीटा कैरोटीन मौजूद होते है जो शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है।
- अनार में विटामिन सी और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे शरीर में रक्त का संचार तेजी से होने लगता है।
- लेट्यूस, चुकंदर, ब्रोकोली, मेथी, अजमोदा और केल आदि, आयरन में समृद्ध ऊर्जा से भरपूर सब्जियाँ हैं जो खून की कमी का अत्यंत असरदार हैं। सब्जियों में आयरन के सा विटामिन B-12 और फोलिक एसिड जैसे ऊर्जादायी पोषक तत्व भी होते है।
- फलियाँ और मेवे जैसे कि दालें, बादाम, साबुत अनाज, सूखे खजूर, मूंगफली और अखरोट आदि एनीमिया के कारणों और लक्षणों के विरुद्ध लाभकारी हैं।
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