अवसाद (Depression) : लक्षण, कारण एंव तनाव से बचने के उपाय

Written by Oye Zindagi Team

Published on:

Simple Home Treatment of Depression in Hindi – Jaane Depression ka gharelu ilaj – तनाव जिसे अवसाद भी कहते है एक मानसिक समस्या है। यह एक आम समस्या की तरह होती है। जिसके कारण लोग सामान्य बर्ताव नहीं कर। अगर किसी को व्यक्ति को तनाव जैसी समस्या एक लम्बे समय तक हो, तो वह मानसिक संतुलन खो देता है। अत: हमें डिप्रेशन के प्रति जागरूक होना चाहिए। कई बार यह देखा जाता है की डिप्रेशन के कारण लोग निराशा होकर आत्महत्या जैसी बड़ी गलती भी कर बैठते है।

डिप्रेशन के लक्षण / Depression symptoms in Hindi

मन ही मन बड़बड़ाना (murmuring) : जिस व्यक्ति को डिप्रेशन जैसी समस्या होती है वह मन ही मन सोचता रहता है और खुद से बाते करता है। 

नींद का कम होना : जिस व्यक्ति को depression जैसी सिकायत होती है। वह व्यक्ति को रात में ठीक से नींद नहीं आती कई बार यह देखा जाता है, की देर रात तक वह नहीं सोता है। कभी कभी उसका नींद अचानक 2 या 3 बजे टूट जाता है।

तुरंत क्रोधित हो जाना : depression का शिकार व्यक्ति अक्सर छोटे छोटे बातो में क्रोधित हो जाता है। वह आपा खोने लगता है

अकेले रहना : अवसाद के कारण लोग हमेशा अकेले रहना पसंद करते है।

तुरंत भावुक हो जाना : अवसाद से पीड़ित व्यक्तियों में संवेदना सामान्य से अधिक मिलती है, वे छोटे छोटे बातो पर तुरंत रोने लगते है।

अवसाद के कारण (causes of depression)

तनाव होने के कई कारण हो सकते है, जो मानव के ऊपर निर्भर करता है। क्योकि अलग अलग लोगो में तनाव के कारण भी अलग अलग हो सकते है। हर किसी की समस्याए अलग अलग होती है, अत: उनमे होने वाली अवसाद के कारण भी अलग हो सकती है। अगर लोग एक लम्बे समय से किसी कारण वस stress का शिकार होते है, तो वे धीरे धीरे तनाव ग्रस्त हो सकते है।

अवसाद किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। कोई भी व्यक्ति अगर किसी बात को लेकर उनके मस्तिस्क में stress होता है, तो वह व्यक्ति अवसाद का शिकार हो सकता है। इसी तरह कई और भी कारण है। जिस्से लोगो को अवसाद जैसे समस्याए घेर लेती है।

अधिक काम का दबाव : अक्सर कई बार यह देखा जाता है, लोगो में उनके क्षमता से अधिक कम के दबाव के कारण उनमे stress होने लगता है। जो बाद में डिप्रेशन का कारण बन जाता है।

किसी काम में विफलता होने पर : किसी महत्वपूर्ण काम को पूरा न कर पाने की अवस्था में भी depression होने लगता है। इस प्रकार का depression प्रमुख रूप से बड़े बड़े ऑफिस में कार्यरत लोगो में देखा जाता है।

छात्रों में डिप्रेशन: छात्रों में मुख्य रूप से डिप्रेशन उनके पढाई को लेकर होती है। अक्सर परीक्षा के समय वो देर रात तक जाग कर पढ़ते है। इससे उनके मस्तिस्क में stress अधिक होने के कारण डिप्रेशन होने लगता है।

प्यार में विफलता के कारण: कई बार युवाओ में यह समस्या भी देखा जाता है। अक्सर युवा लड़का हो या लड़की अपने साथी के छोड़ जाने के कारण कभी कभी डिप्रेशन में चले जाते है।

बीमारियो के कारण : लम्बे समय तक किसी विशेष बीमारी से पीड़ित व्यक्ति भी आवसाद का शिकार हो सकता है।

तनाव से बचने के उपाय – Ways to prevent from Depression

तनाव एक अत्यंत जटिल समस्या बन सकती है। अगर कोई व्यक्ति इसके चपेट में हो और इसका समाधान के लिए लम्बे समय तक कुछ न किया जाए, तो वह कई तरह के रोगों का शिकार भी हो सकता है। लम्बे समय तक अवसाद जैसी समस्या रहने पर लोगो में मानसिक रोग, पागलपन, हृद्य रोग तथा diabetes जैसे जटिल रोग का हो सकता है।

सावधानिया: अवसाद से बचने के लिए लोगो को कई तरह से अपना ख्याल रखना चाहिए जिससे उनमे इस तरह की समस्या न पनपने पाए।

अपने अप को कामो में बिजी रख कर : खुद को अवसाद से बचने के लिए अपने आप को विभिन्न कामो में व्यस्त रखे इससे अवसाद से बचने में मदद मिलती है।

खुद को खुश रखे : अवसाद से बचने के लिए हमेशा खुंस रहने की कोशिस करे।

लगातार काम करते रहने से बचे : अगर आप किसी काम में लगातार busy रहते है, तो आप के मस्तिस्क में stress होने लगता है। अत: आप बिच बिच में ब्रेक ले, इससे stress कम होगा।

मधुर संगीत (music) : तनाव से बचने में संगीत काफी हद तक उपयोगी होता है। मधुर संगीत सुनने से stress का level कम हो जाता है।

काजू (cashew nut ) : काजू का इस्तेमाल से depression से रहत मिलती है। इसमे पाए जाने वाली सेरोटिन रसायन stress उत्पन करने वाली हार्मोन की स्तर को कम करता है।

बागवानी (gardening): हरे पेड़ पौधा से लगाव रखने वाले लोगो को तनाव तथा stress जैसी समस्याओ कम होती है। अत: आप gardening जैसे कामो में खुद को व्यस्त रख कर भी खुदको तनाव मुक्त रख सकते है।

कोई भी खेल में व्यस्त रह कर : खेल कूद में खुदको व्यस्त रख कर भी अपने आप को तनाव मुक्त रखा जा सकता है। क्योकि खेलते वक़्त आप का ध्यान सिर्फ खेल में होता है।

खुली हवा में घुमे : अक्सर मस्तिस्क में रक्त संचार ठीक से न होने पर भी तनाव जैसी स्तिथि उत्पन होती है। सुबह में या साम में सूरज ढलने के बाद आप बाहर घुमने चले जाए जिससे आपकी मस्तिस्क में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से बनी रहे। तजि हवा में स्वांस लेने पर मस्तिस्क में रक्त के साथ आक्सीजन अधिक मात्र में पहुचती है। जिसके कारण stress कम होता है।

ज्यादा वक़्त लोगो के साथ बिताये : stress और तनाव से बचना है तो आप अपना ज्यादा वक़्त अन्य लोगो के साथ बिताए, अपने friends हो या फिर पडोसी किसी के साथ भी घुमने चले जाए। कही पर बैठके बाते करे, इससे आपका ध्यान तनाव उत्पन करने वाली चीजो से हट जाएगा।

अविभावक को अपने बच्चो का अधिक ध्यान रखना चाहिए: युवाओ में ज्यादातर stress उनके पढाई को ले कर होता है। ज्यादातर युवा अपने पढाई के प्रति काफी गंभीर होते है, जिसके लिए वे अपना सबकुछ भूलकर पढाई में अपना ध्यान केन्द्रित किये होते है। 

इन सब के कारण वे अक्सर अपना शारीर का care करना भूल जाते है। पढाई के कारण मस्तिस्क पर दबाव भी काफी अधिक होता है, जो युवाओ में stress होने के लिए सबसे अधिक जिम्मेवार है। अत : अविभावक को अपने बच्चो का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। आपने बच्चो को समय पर खाना खिलाये, पढने के समय बिच बिच में break लेने के लिए कहे। ज्यादा से ज्यादा वक़्त अपने बच्चो के साथ बिताए।

7 thoughts on “अवसाद (Depression) : लक्षण, कारण एंव तनाव से बचने के उपाय”

  1. Hi there! Do you know if they make any plugins to assist with Search
    Engine Optimization? I’m trying to get my
    blog to rank for some targeted keywords but I’m not seeing very good gains.
    If you know of any please share. Appreciate it! You can read similar article here: Ecommerce

    Reply

Leave a Comment