Migraine in Hindi : अर्धकापाली जिसे अंग्रेजी में Migraine भी कहा जाता है। माइग्रेन एक खतरनाक बीमारी है, जिसके होने पर सर में तेज दर्द होने लगता है। वर्तमान समय में माइग्रेन की समस्या प्राय सभी लोगो(Male, Female) में देखा जा सकता है। माइग्रेन की बीमारी किसी भी वर्ग एवं किसी भी आयु के लोगो में हो सकती है। इसके कारण उत्पन होने वाला सर दर्द करीब 5 घंटे से लेकर तीन दिनों तक रह सकता है।
दुनिया भर में माइग्रेन की समस्या लाखों लोगों को है, इसलिए अगर आप या आपका कोई जानकार इस समस्या से जूझ रहा है तो आपको Migraine के बारे में विस्तार से जानना चाहिए, जिससे सही से इसका उपचार किया जा सके। आपकी सहायता के लिए हम आज इस लेख में आपको जानने का अवसर मिलेगा कि माइग्रेन क्या होता है (Migraine Meaning in Hindi), माइग्रेन के लक्षण (Migraine Symptoms in Hindi), माइग्रेन क्यों होता है और इसका सही उपचार (Migraine Treatment in Hindi) क्या है?
माइग्रेन क्या होता है? (Migraine Meaning in Hindi)
माइग्रेन एक तरह का सिरदर्द है जिसके कारण एक तरफ यानि आधे सिर में दर्द रहता है। यह अक्सर उल्टी, प्रकाश, तेज धूप एंव ध्वनि के कारण अधिक संवेदनशीलता के साथ होता है। माइग्रेन के दर्द इंसान बहुत बेचैन होने लगता है और ये दर्द कुछ घंटो से लेकर कुछ दिनों तक चलता है। इसके साथ ही ये एक गंभीर बीमारी है जो आपकी दैनिक दिनचर्या में बांधा डाल सकती है।
माइग्रेन कुछ स्टेज से होकर लेकिन में ये इन्ही स्टेज से शुरू हो ये जरूरी नहीं है। इसलिए इसकी सभी स्टेज को समझते है:
स्टेज #1 : औरा (Aura)
कुछ लोगो में औरा माइग्रेन से पहले दिखाई देता है, ये नर्वस स्टेम का प्रतिवर्ती लक्षण होता है जिसमें माइग्रेन से पहले ही कुछ लक्षण दिखने शुरू हो जाते है जैसे सिर के एक हिस्से में कुछ मिनट से कुछ घंटो तक सिर दर्द शुरू होने लगता है। अगर इस तरह आपको संकेत मिले है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए, क्योंकि हो सकता है कि माइग्रेन की ओर संकेत कर रहा हो।
औरा कुछ लक्षण इस प्रकार है:
- प्रकाश में धीमे दर्द का आभास।
- प्रकाश के दौरान साफ़ न दिखना।
- हाथ या पैर में चुभन या सुई चुभन जैसा महसूस होना।
- चेहरे या शरीर के एक तरफ कमजोरी या सुन्नी महसूस होना।
- बोलने में कठिनाई
स्टेज #2 : माइग्रेन अटेक
माइग्रेन अटेक के दौरान अगर उपचार न किया जाए, तो ये 4 घंटे से 72 घंटे तक रह सकता है। हालंकि माइग्रेन अटेक कितनी बार होता है ये एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में भिन्न होता है। माइग्रेन पूरी तरह से व्यक्ति पर निर्भर करता है क्योंकि मैं हो सकता है महीने में एक बार भी प्रतीत न हो, वही दूसरी ओर किसी व्यक्ति में महीने में कई बार हो सकता है।
माइग्रेन के दौरान, आपको निम्न लक्षण दिखाई दे सकते है:
- यह दर्द आमतौर पर सिर के एक तरफ होता है लेकिन कभी – कभी दोनों तरफ भी हो सकता है।
- तेज प्रकाश, ध्वनि या कभी-कभी गंध और स्पर्श के प्रति संवेदनशीलता महसूस होना।
- उल्टी होना।
स्टेज #3 : पोस्ट-ड्रोम
माइग्रेन अटेक के बाद, आप एक या दो दिन थका हुआ महसूस कर सकते है। कुछ लोग इस दौरान उत्साहित महसूस करने की रिपोर्ट करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। माइग्रेन अटेक के बाद अचानक सिर हिलाने से दोबारा दर्द शुरू हो सकता है इसलिए इस तरह की गतिविधियों से बचे।
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माइग्रेन क्यों होता है? (Causes of migraine in Hindi)
साधारणता माइग्रेन होने के कई कारण हो सकते है जैसे:
- अत्यधिक काम का दबाव : रोजाना अगर कम का अधिक दबाव होने से भी migraine की समस्याए होती है।
- नींद का पूरा न होना : देर रात तक जागने एवं नींद पूरी न होने से भी migraine होने का खतरा बना रहता है।
- मस्तिस्क के धमनियों में सिकड़न : मस्तिस्क के धमनियों में सिकुड़न के कारण रक्त संचार में बाधा उत्पन होने से।
- मस्तिस्क में रक्त के श्रव में बाधा : मस्तिस्क में रक्त के श्रव में बाधा उत्पन होने पर तथा मस्तिस्क के धमनियों में अगर रक्त का संचार सही तरीके से न होने पर मस्तिस्क तक ऑक्सीजन नहीं पहुच पता है जिस्से मस्तिस्क में पीड़ा होने लगती है।
- मस्तिस्क के नसों के छतिग्रस्त होने से : मस्तिस्क के नसों में अगर किसी प्रकार के चोट के कारण अगर रक्त का जमाव हो जाए तो भी migraine होने का खतरा होता है।
- तेज धुप में घुमने से एवं अत्यंत ठंड मौसम के कारण भी migraine की सिकायत हो सकती है।
- धुम्रपान (smoking): अधिक धुम्रपान करने की आदत से भी migraine होने का खतरा रहता है।
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माइग्रेन के लक्षण (Migraine Symptoms in Hindi)
Migraine की समस्या होने पर लोगो के जीवन में कई तरह के बदलाव आने लगते है, उनके दैनिक जीवन एवं प्रति दिन के रहन सहन में migraine का असर दिखने लगता है। मैग्रैने से पीड़ित व्यक्ति के स्वभाव में भी बदलाव होने लगता है। अक्सर migraine से पीड़ित व्यक्ति के बर्ताव में चिढचिढापन का असर दिखने लगता है, वो कोई भी छोटी-छोटी बात पर गुस्सा करने लगता है। ऐसी प्रतिक्रिया वह migraine से होने वाले तनाव के कारण करता है।
- माइग्रेन होने पर जी मचलने लगता है, शरीर असहज महसूस करने लगता है।
- उलटी आने लगता है।
- सिर भारी पन होने लगता है।
- सर के पीछे की भाग जो गर्दन से सटा होता है उसमे दर्द महसूस करना।
- तिव्र रौशनी से आंख में जोड़ पड़ना।
- ज्यादा आवाज या शोर होने पर चिढचिढापन होना या महसूस करना।
- हर वक्त तनाव में रहना।
- नींद पूरा न होना।
- migraine से होने वाली दर्द हमेशा शाम के समय प्रारंभ होता है।
- migraine के कारण आँखों में भी दर्द होने लगता है।
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माइग्रेन के घरेलु उपाय (Migraine Treatment in Hindi)
यहां आपको कुछ घरेलू उपाय दिए गए है जिनसे आपको माइग्रेन से निजात पाने में मदद मिलेगी:
ठन्डे पानी से मसाज :- अगर आपको migraine की शिकायत है, तो आपको अपने सर पे ठन्डे पानी से भीगा हुए कपडे को 25 से 30 मिनट तक रखे रहना चाहिए जिस्से migraine से होने वाली दर्द से रहत मिलती है।
शांति बनाये रखना :- माइग्रेन की दर्द से बचने का एक उत्तम उपाए मस्तिष्क को शांत बनाये रखना भी है जिससे मस्तिष्क को आराम मिलता है।
खाली पेट न रहे :- माइग्रेन से बचने के लिए हमेशा एक निश्चित अंतरल पर कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए जिससे पेट खाली न रहे।
अच्छी नींद :- अच्छी नींद लेने से भी अर्धकापाली में फ़ायदा पहुचता है इसके लिए कम से कम 8 घंटा सोने की कोशिश करे।
मेहँदी का लेप :- मेहँदी के लेप को लगा कर रखने से भी माइग्रेन में राहत मिलता है।
प्रोटीन युक्त अहार :- माइग्रेन से बचने के लिए प्रोटीन युक्त अहार ले जैसे मछली आदि, इसके अलावा हरी सब्जियों को अपने भोज्य पदार्थो के तलिका (list) में सामिल करे।
नमक का प्रयोग (salt) :- चुटकी भर नमक को 20 से 30 सेकेण्ड तक अपने जीभ में रखने के बाद उसे पानी के साथ निगल जाए, इससे भी आराम मिलेगा।
धुप से परहेज :- तेज धूप में बाहर निकलेने से परहेज करे।
नवरत्न तेल :- बाजार में उपलब्ध नवरत्न तेल के सर में लागाने से ठंडक मिलती है और migraine से राहत मिलती है।
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